Thursday 18 January 2018

दायित्व और कर्तव्य- सन्दर्भ : जीवन विद्या -अध्ययन बिन्दु

जीवन विद्या- अध्ययन बिन्दु (अध्याय:, संस्करण:2011, मुद्रण:2016 )
  • साथी-सहयोगी (संबंध) -  दायित्व-कर्तव्य (क्रिया) (अध्याय: , पृष्ठ नंबर: 21)
  • ममता - स्वयं में, से,के लिए प्रतिरूपता सहज स्वीकृति, उत्सव निरंतरता 
उदारता – प्रतिफलापेक्षा विहीन कर्तव्य दायित्व वहन, तन मन धन अर्पण (अध्याय: , पृष्ठ नंबर: 23)
  • साथी सहयोगी के साथ विश्वास  निर्वाह की निरंतरता
स्नेह, ममता, दया, सहज निष्ठा, उदारता, दायित्व का कर्तव्य सहित वस्तु व सेवा प्रदान करने के रूप में। (अध्याय: , पृष्ठ नंबर: 24)
  • अस्तित्वमूलक मानव केंद्रित चिंतन पूर्वक सहअस्तित्ववादी व्यवस्था विधि से मोहल्ला, ग्राम, परिवार सभा 
दस परिवार समूह सभा में से निर्वाचित प्रतिनिधि
दस जन प्रतिनिधि परिवार सभा से मनोनीत पाँच समितियाँ, यथा -
i) मानवीय शिक्षा-संस्कार समिति
ii) मानवीय न्याय-सुरक्षा समिति
iii) मानवीय उत्पादन-कार्य समिति
iv) मानवीय विनिमय-कोष समिति
v) मानवीय स्वास्थ्य-संयम समिति
मोहल्ला, ग्राम परिवार सभा सहज प्रयोजनों के अर्थ में - और दस परिवार समूह सहज आवश्यकता के अनुसार समिति में कार्यरत व्यक्ति का दायित्व निश्चयन रहेगा (अध्याय: , पृष्ठ नंबर: 24, 30, 31, 34, 35, 36)

स्त्रोत: अस्तित्व मूलक मानव केन्द्रित चिंतन सहज मध्यस्थ दर्शन (सहअस्तित्ववाद)
प्रणेता -  श्रद्धेय श्री ए. नागराज जी 

No comments:

Post a Comment