जीवन विद्या- अध्ययन बिन्दु (अध्याय:, संस्करण:2011, मुद्रण:2016 )
- साथी-सहयोगी (संबंध) - दायित्व-कर्तव्य (क्रिया) (अध्याय: , पृष्ठ नंबर: 21)
- ममता - स्वयं में, से,के लिए प्रतिरूपता सहज स्वीकृति, उत्सव निरंतरता
उदारता – प्रतिफलापेक्षा विहीन कर्तव्य दायित्व वहन, तन मन धन अर्पण (अध्याय: , पृष्ठ नंबर: 23)
- साथी सहयोगी के साथ विश्वास निर्वाह की निरंतरता
स्नेह, ममता, दया, सहज निष्ठा, उदारता, दायित्व का कर्तव्य सहित वस्तु व सेवा प्रदान करने के रूप में। (अध्याय: , पृष्ठ नंबर: 24)
- अस्तित्वमूलक मानव केंद्रित चिंतन पूर्वक सहअस्तित्ववादी व्यवस्था विधि से मोहल्ला, ग्राम, परिवार सभा
दस परिवार समूह सभा में से निर्वाचित प्रतिनिधिदस जन प्रतिनिधि परिवार सभा से मनोनीत पाँच समितियाँ, यथा -i) मानवीय शिक्षा-संस्कार समितिii) मानवीय न्याय-सुरक्षा समितिiii) मानवीय उत्पादन-कार्य समितिiv) मानवीय विनिमय-कोष समितिv) मानवीय स्वास्थ्य-संयम समितिमोहल्ला, ग्राम परिवार सभा सहज प्रयोजनों के अर्थ में - और दस परिवार समूह सहज आवश्यकता के अनुसार समिति में कार्यरत व्यक्ति का दायित्व निश्चयन रहेगा (अध्याय: , पृष्ठ नंबर: 24, 30, 31, 34, 35, 36)
स्त्रोत: अस्तित्व मूलक मानव केन्द्रित चिंतन सहज मध्यस्थ दर्शन (सहअस्तित्ववाद)
प्रणेता - श्रद्धेय श्री ए. नागराज जी
No comments:
Post a Comment